बीजेपी के बढ़ने के साथ-साथ ही RSS का देश में विस्तार हुआ है। देश के 95% हिस्से तक अब ये संगठन पहुंच चुका है। बता दें कि RSS का देशभर में 30 फीसदी से ज्यादा विस्तार हुआ है। संघ की रिपोर्ट के मुताबिक, भौगोलिक रूप से संघ देश के 95 फीसदी भाग में अपनी उपस्थिति दर्ज करा चुका है। इन जगहों पर संघ के विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। संघ के सयुक्त महासचिव कृष्ण गोपाल ने नागपुर में आखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा में पत्रकारों को यह जानकारी दी।
नई रिपोर्ट के मुताबिक, नागालैंड, मिजोरम और कश्मीर घाटी के कुछ हिस्सों के अलावा आरएसएस की अब पूरे देश में उपस्थिति है। देशभर में संघ की अब 37,109 स्थानों पर 58,976 शाखाएं चल रही हैं। रिपोर्ट के अनुसार साल 2014 में मोदी सरकार आने के दो महीना पहले 29,624 स्थानों पर संघ की 44,982 शाखाएं थीं। मार्च 2015 में 33,223 स्थानों पर 51,332 शाखाएं हो गईं।
तो वहीं 2016 में 36,867 स्थानों पर संघ की 56,859 शाखाएं हो गईं। पिछले साल मार्च में 36,729 स्थानों पर संघ की 57,165 शाखाएं थीं। वहीं एक अन्य रिपोर्ट के अनुसार यूपीए शासन में चार हजार शाखाएं साल 2009 में कम हो गईं थीं, हालांकि इस तरह के मामले पूर्व में भी दर्ज किए जा चुके हैं। एक अन्य रिपोर्ट के अनुसार भारत और विदेश में करीब 1.25 लाख लोगों ने संघ में शामिल होने में रुचि दिखाई है।
वैसे भी मोदी सरकार आने के बाद RSS का विस्तार तेजी से हुआ है। और अब 21 राज्यों में भाजपा और इसके सहयोगी दलों की सरकार हैं। आबादी के हिसाब से देखें तो सीधे सत्तर फीसदी आबादी पर भाजपा का कब्जा है। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, जब मोदी सरकार केंद्र की सत्ता में थी तब भाजपा की हालत बहुत नाजुक थी। 2014 में भाजपा की सिर्फ सात राज्यों में सरकारें थीं।
पर अब भाजपा ने अपने दम पर या गठबंधन कर सरकार बना ली है। कांग्रेस की अब पंजाब, मिजोरम, कर्नाटक, पुडुचेरी में सरकारें हैं। रिपोर्ट के अनुसार, साल 2011 मे मतगणना के अनुसार एनडीए शासित राज्यों में करीब 85 करोड़ लोग रहते हैं जो आबादी का 70 फीसदी हिस्सा है। बता दें कि आरएसएस ने भैय्याजी जोशी को एक बार फिर अगले तीन सालों के लिए सरकार्यवाह चुना है।
नई रिपोर्ट के मुताबिक, नागालैंड, मिजोरम और कश्मीर घाटी के कुछ हिस्सों के अलावा आरएसएस की अब पूरे देश में उपस्थिति है। देशभर में संघ की अब 37,109 स्थानों पर 58,976 शाखाएं चल रही हैं। रिपोर्ट के अनुसार साल 2014 में मोदी सरकार आने के दो महीना पहले 29,624 स्थानों पर संघ की 44,982 शाखाएं थीं। मार्च 2015 में 33,223 स्थानों पर 51,332 शाखाएं हो गईं।
तो वहीं 2016 में 36,867 स्थानों पर संघ की 56,859 शाखाएं हो गईं। पिछले साल मार्च में 36,729 स्थानों पर संघ की 57,165 शाखाएं थीं। वहीं एक अन्य रिपोर्ट के अनुसार यूपीए शासन में चार हजार शाखाएं साल 2009 में कम हो गईं थीं, हालांकि इस तरह के मामले पूर्व में भी दर्ज किए जा चुके हैं। एक अन्य रिपोर्ट के अनुसार भारत और विदेश में करीब 1.25 लाख लोगों ने संघ में शामिल होने में रुचि दिखाई है।
वैसे भी मोदी सरकार आने के बाद RSS का विस्तार तेजी से हुआ है। और अब 21 राज्यों में भाजपा और इसके सहयोगी दलों की सरकार हैं। आबादी के हिसाब से देखें तो सीधे सत्तर फीसदी आबादी पर भाजपा का कब्जा है। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, जब मोदी सरकार केंद्र की सत्ता में थी तब भाजपा की हालत बहुत नाजुक थी। 2014 में भाजपा की सिर्फ सात राज्यों में सरकारें थीं।
पर अब भाजपा ने अपने दम पर या गठबंधन कर सरकार बना ली है। कांग्रेस की अब पंजाब, मिजोरम, कर्नाटक, पुडुचेरी में सरकारें हैं। रिपोर्ट के अनुसार, साल 2011 मे मतगणना के अनुसार एनडीए शासित राज्यों में करीब 85 करोड़ लोग रहते हैं जो आबादी का 70 फीसदी हिस्सा है। बता दें कि आरएसएस ने भैय्याजी जोशी को एक बार फिर अगले तीन सालों के लिए सरकार्यवाह चुना है।