गाँधी नेहरू के बारे में कई चीजों को आज भी भारत का जनमानस नहीं जानता
हालाँकि सोशल मीडिया के वजूद में आने के बाद से कई चीजों को अब देश के लोग जानते है
अन्यथा गाँधी-नेहरू की छवि तो बिलकुल एक हीरो, संत, महात्मा की थी
अब आपको हम गाँधी नेहरू के बारे में ऐसी जानकारी देने वाले है जो पहले आपको नहीं होगी
और ये जानकारी हमे डॉ सुब्रमण्यम स्वामी से प्राप्त हुई है
आपको ये तो पता होगा की 1947 में भारत को अंग्रेजों से जो आज़ादी मिली वो असल में सत्ता का हस्तांतरण था, अंग्रेजों ने सत्ता का हस्तांतरण किया था जिसे हम आज़ादी के नाम से जानते है
अंग्रेजो के सामने कांग्रेस और मुस्लिम लीग नामक 2 पक्ष थे
अंग्रेजो ने भारत को आज़ाद करने के लिए ब्रिटिश पार्लियामेंट में एक एक्ट पास किया था, एक कानून पास किया था
इस कानून के तहत अंग्रेजी हुकूमत वाले भारत को आज़ाद किया जाना था
पर आज़ादी के साथ ही भारत का बंटवारा भी किया जाना था
2 पाकिस्तान बनाये जाने थे और एक भारत बनाया जाना था
जो 2 पाकिस्तान बनाने थे वो इस्लामिक मुल्क होने थे, और जो भारत बनाया जाना था वो हिन्दू भारत होना था, यानि हिन्दू राष्ट्र होना था
इस तरह पाकिस्तान इस्लामिक तो भारत को हिन्दू राष्ट्र बनाया जाना था
ब्रिटिश पार्लियामेंट ने ये एक्ट पास किया था जिसे "इंडियन इंडिपेंडेंस एक्ट" कहते है, इस एक्ट को कांग्रेस यानि गाँधी-नेहरू और मुस्लिम लीग यानि जिन्ना ने स्वीकार किया था
और सत्ता का हस्तांतरण किया था
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कांग्रेस और मुस्लिम लीग में सत्ता का हस्तांतरण करता माउंटबैटेन |
सत्ता का हस्तांतरण करने के बाद माउंटबैटेन ने ही नेहरू को भारतीय PM की शपथ दिलाई थी |
जिन्ना ने सत्ता मिलते ही पाकिस्तान को एक्ट के अनुसार इस्लामिक देश बनाया, पर सत्ता मिलते ही गाँधी नेहरू ने हिन्दुओ की पीठ में खंजर भोंक दिया और भारत को हिन्दू राष्ट्र नहीं बनने दिया
बल्कि भारत को सेक्युलर राष्ट्र बना दिया गया