बीजेपी एक बार फिर उपचुनाव हारी है, और कांग्रेस इसपर बहुत खुश है, पर इतिहास को देखकर कांग्रेस को ज्यादा खुश नहीं होना चाहिए, इतिहास गवाह है जब जब भी बीजेपी उपचुनाव हारती है, उसके बाद अगले राज्य में जो चुनाव होते है बीजेपी उपचुनाव की हार का बदला पूरा राज्य जीतकर लेती है
राजस्थान में उपचुनाव हारी तो बीजेपी ने उसका बदला त्रिपुरा, मेघालय और नागालैंड जीतकर ले लिया, मध्य प्रदेश में उपचुनाव हारी थी बीजेपी तो उसका बदला हिमाचल प्रदेश को जीतकर ले लिया, जब जब भी बीजेपी उपचुनाव हारती है, उसके बाद होने वाले चुनाव में कोई न कोई राज्य जीत लेती है, और इतिहास इस बात का गवाह है
अब बीजेपी फिर उपचुनाव हारी है, और कांग्रेस काफी खुश है, पर कांग्रेस को इतिहास पर भी थोड़ी नजर डाल लेनी चाहिए, क्यूंकि बीजेपी फिर उपचुनाव हारी है और अब पुरे कर्णाटक में चुनाव की बारी है, और वहां कांग्रेस की सरकार है, यानि बीजेपी कर्णाटक को जीतकर इन उपचुनावों की हार का बदला लेने के लिए और मेहनत करेगी, और ये भी सच है की घायल शेर ज्यादा खतरनाक होता है, कांग्रेस की आज की हंसी कर्णाटक में मातम में बदल सकती है
क्यूंकि बीजेपी का इतिहास ही ये रहा है की उनके यहाँ उपचुनावों में हार का बदला मुख्य चुनाव में जीतकर लिया जाता है