Brings Latest News in Hindi Today on Politics, Business, Anti Secular News

प्रभु श्रीराम तथा उनके पूरे परिवार को गाली तथा देश की सेना को अपशब्द बोलने वाला नरेश अग्रवाल भाजपा में शामिल...शुरू हुआ चौतरफा विरोध


नरेश अग्रवाल जो कल तक समाजवादी पार्टी का राज्यसभा सांसद था तथा जिसने खुद को चर्चा में लाने के लिए अपनी राजनीति के लिए ऐसे ऐसे पाप किये जिनको क्षमा नहीं किया जा सकता. धर्म से लेकर राष्ट्र तक की खिलाफात की और आज वही नरेश अग्रवाल भाजपा में शामिल हो गया है. जी हाँ आज नरेश अग्रवाल को केन्द्रीय भाजपा कार्यालय पार्टी की सदस्यता दिलाई गयी.

नरेश अग्रवाल ने राजनीति के माध्यम से समाज सेवा के क्या कार्य किये हैं ये तो पता नहीं लेकिन नरेश अग्रवाल ने समय समय पर अपनी धर्म विरोधी राष्ट्र विरोधी छबी का परिचय जरूर दिया है. कौन भूल सकता है उस दिन को जिस दिन भरी संसद में इसी नरेश अग्रवाल ने भारतमाता के लाल कुलभूषण जधाव को आतंकी बताया था. एक समय जब भाजपा सरकार जहाँ कुलभूषण जधाव को बचाने का प्रयास कर रही थी उस समय यही नरेश अग्रवाल एक तरह से पकिस्तान का प्रवक्ता बनकर राज्यसभा में कुलभूषण जाधव को आतंकी बता रहा था. और वही नरेश अग्रवाल भाजपा के लिए राष्ट्रवादी हो गया.

कौन भूल सकता है वो दिन जिस दिन नरेश अग्रवाल ने भरी संसद में आराध्य प्रभु श्री राम तथा उनके पूरे परिवार को गाली दी थी? कौन भूल सकता है उस दिन को जिस दिन नरेश अग्रवाल ने देश के रक्षक भारतीय सेना के जवानों को गाली दी थी. उस समय इसे भाजपा ने नरेश अग्रवाल की खिलाफात की थी लेकिन आज वही नरेश अग्रवाल भाजपा के लिए अच्छे हो गये हैं तथा उन्हें पंडित दीनदयाल उपाध्याय तथा श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पार्टी में जगह दी गयी है.

नरेश अग्रवाल को भाजपा में शामिल किये जाने का चौतरफा विरोध हो रहा है. हर वो व्यक्ति जो राष्ट्रवादी है धर्म पथ पर चलता है तथा राजनैतिक रूप से भाजपा का समर्थन करता है वो आज भाजपा के इस फैसले से आहत है आक्रोशित है तथा अपने स्तर पर भाजपा के इस फैसले का विरोध कर रहा है. पूरा सोशल मीडिया आज भाजपा के विरोध से भरा पड़ा है. हर तरफ से एक ही आवाज आ रही है कि क्या नरेश अग्रवाल को पार्टी में शामिल करना कहीं भाजपा के लिए आत्मघाती कदम साबित न हो जाये.

जहाँ नरेश अग्रवाल को रम में राम दिखते हैं वहीं भाजपा स्वयं को रामभक्त बताती है तो भाजपा को जवाब देना चाहिए कि राम मैं राम को देखने वाला व्यक्ति उनके लिए अनुकरणीय कैसे हो सकता है? राष्ट्रभक्त पार्टी होने का दावा करने वाली पार्टी के लिए सेना को गली देने वाला नरेश अग्रवाल स्वीकार कैसे हो गया? कुलभूषण जाधव को भारत माता का बेटा बताने वाली भाजपा ने कुलभूषण को आतंकी बताने नरेश अग्रवाल को किस आधार पर अपना लिया? आज शायद श्रीराम भी भाजपा के इस कदम से आहत होंगे.

शायद ये भाजपा का अहंकार भी हो सकता है जिसके कारण शायद आज भाजपा अपने कार्यकर्ताओं की भावनाओं को समझने में गलती कर रही है और नरेश अग्रवाल को पार्टी में शामिल किये जाने के उनके विरोध को पार्टी दरकनिकार भी कर रही है जो शायद भाजपा के भविष्य के लिए अच्छे संकेत नहीं है ज्योंकि कार्यकर्ताओं के प्रयासों से ही पार्टी मजबूत होती है और अगर कार्यकर्ताओं की भावनाओं को न समझा जाए तो कोई भी राजनैतिक दल आगे नहीं बढ़ सकता है लेकिन शायद भाजपा इस बात को भूल चुकी है.