आप जिस पेंटिंग को देख रहे है ये आज की पेंटिंग नहीं है
ये 16वी सदी की ही पेंटिंग है, इसे चित्रकार ने शाहजहां के कहने पर बनाया, फिर शाहजहां को दिखाया
शाहजहां ने इस पेंटिंग को ओके किया
शाहजहां ने बुन्देल खंड पर हमला करवाया था, शाहजहां ने 1 लाख की इस्लामी सेना अपने 2 कमांडरों खान और दौरान के कमांड में बुंदेलखंड भेजी थी
बुंदेलखंड के राजा था जुझार सिंह और उनके बेटे थे बिक्रमजीत सिंह
बुंदेलखंड छोटा राज्य था
इस्लामिक सेना काफी बड़ी थी, हिन्दू बंटे हुए थे, जैसी अन्य हिन्दू राजा बुंदेलखंड की मदद नहीं की
और शाहजहाँ की सेना युद्ध जीत गयी

युद्ध के बाद इस्लामी सेना ने जुझार सिंह और उनके बेटे बिक्रमजीत का सर काट दिया और इस्लामी कमांडर खान और दौरान के सामने पेश किया
ये पेंटिंग उसी घटना के बाद बनाई गयी थी
बुंदेलखंड में इस युद्ध के दौरान दोनों पक्ष के हज़ारों सैनिक मारे गए, युद्ध जीतने के बाद इस्लामिक सेना ने 15 हज़ार हिन्दू सैनिको को बंधक बनाया और सबकी हत्या कर दी
इस्लामी सेना ने पुरे बुंदेलखंड में लूटमार करते हुए 30 हज़ार हिन्दू महिलाओं का बलात्कार किया और उनकी हत्याएं करि, बहुत सी हिन्दू महिलाओं को शाहजहां के हरम में भी कैद किया गया
जहाँ शाहजहां ने खुद अपने हाथों से कई हिन्दू महिलाओं का बलात्कार करने के बाद गर्दन काटकर हत्या की
बुंदेलखंड के हिन्दुओ पर शाहजहाँ ने युद्ध जीतने के बाद भारी टैक्स लगाया और हिन्दुओ का जीना मुहाल कर दिया, 1 भी हिन्दू मंदिर बुंदेलखंड में नहीं छोड़ा, सबको तुड़वा दिया
आज आप इराक और सीरिया में ISIS देख रहे है, मुगलों के समय में ऐसे कई ISIS हिन्दू ने देखे और झेले है
और उसके बाद क्या हुआ
आज वही शाहजहां भारत में एक हीरो के रूप में पेश किया जाता है, एक प्रेमी, एक शिल्पकार के रूप में उसकी छवि बनाई गयी है, जबकि असल में वो एक बड़ा दरिंदा था, और बलात्कार कर हिन्दू महिलाओं की हत्या करना उसका एक प्रमुख शौख भी था