मुस्लिम समुदाय के ही नहीं बल्कि बहुत से ऐसे लोग जो हिन्दू नाम लगाए घूमते है उन्हें भी अयोध्या जी में राम मंदिर से दिक्कत है, ऐसे लोगों को हम सेक्युलर और वामपंथी तत्व कहते है
राम मंदिर विरोधी तत्व अलग अलग तर्क देते है
और इनका एक मुख्य तर्क ये है की, मंदिर से क्या मिलेगा, बनाना ही है तो स्कुल या अस्पताल बना दो
मंदिर से किसी गरीब को रोटी मिलेगी क्या
ऐसा ही एक सवाल एक कार्यक्रम में एक पत्रकार ने संघ प्रमुख मोहन भागवत से पूछा
देखें उसके बाद क्या हुआ
मोहन भागवत ने साफ़ शब्दों में बोला की मंदिर नहीं बना अभी तक, मंदिर नहीं बनने से क्या गरीब की थाली में रोटी आ गयी
भव्य राम मंदिर अयोध्या जी में एक स्मारक है, श्री राम का स्मारक और वो बनना चाहिए
वैसे आपको बता दें की भव्य राम मंदिर से रोटी भी आएगा, वो कैसे वो हम आपको समझाते है
बहुत ही साधारण बात है
भव्य मंदिर से अयोध्या जी में पर्यटन बढ़ेगा
व्यापारी लोग अयोध्या जी और आसपास होटल खोलेंगे, लोगों को रोजगार मिलेगा
ट्रांसपोर्ट वाले, बस टैक्सी, रिक्शा वालों को रोजगार मिलेगा, अन्य लोग भी रोजगार से जुड़ेंगे
फूल, सजावट का सामान, खाने की दुकाने, इसी प्रकार अयोध्या जी का कायाकल्प हो जायेगा
मंदिर से पर्यटन होगा, पर्यटन से रोजगार और रोजगार से गरीब की थाली में रोटी आएगी
पर सेक्युलर तत्व इतनी छोटी सी बात नहीं समझते
उदाहरण - तिरुपति में बालाजी, मुंबई में सिद्धिविनायक मंदिर है, उस से लाखों लोगो को रोजगार मिला हुआ है
और लाखों लोगों के थाली में रोटी मंदिर से ही आती है