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महिलाओं के लिए जन्नत में 72 पुरुष नहीं, क्या वो कर सकती है हूरों से लेस्बियन सेक्स ? : तस्लीमा




मशहूर लेखिका तस्लीमा नसरीन ने गंभीर सवाल उठा दिए है 
तस्लीमा नसरीन ने औरतों के साथ होने वाले भेदभाव पर सवाल उठाया है 

दरअसल इस्लाम में जिहाद के बाद जन्नत मिलने का रिवाज है, ऐसा इस्लामी मान्यता है 
इस्लाम के अनुसार जो जिहाद करेगा अल्लाह उसे जन्नत में जगह देगा 

और अल्लाह जिहादी को जन्नत में सेक्स करने के लिए 72 सुन्दर, कुंवारी औरतें देता है, जिसे इस्लाम में हूर भी कहते है 

पर अल्लाह महिलाओं को जन्नत में कुछ नहीं देता 
मसलन अगर कोई पुरुष जिहाद करे तो उसे 72 हूरें (औरतें) पर अगर कोई औरत धरती पर जिहाद करे तो उसे 72 कुंवारे और सुन्दर पुरुष जैसा कोई नियम नहीं है 

ऐसे में तस्लीमा नसरीन ने सवाल उठाया है 
अब औरतों को जन्नत में 72 पुरुष तो नहीं मिलते, पर अगर औरतों को सेक्स करना हुआ तो वो किसके साथ  करेंगी, क्या वो जन्नत में मौजूद हूरों के साथ लेस्बियन सेक्स कर सकती है ? 

बता दें की इस से पहले भी तस्लीमा नसरीन इस्लामी जन्नत में महिलाओं के साथ होने वाले भेदभाव पर कई बयान दे चुकी है 
उन्होंने एक बार कहा था की, मुस्लिम महिलाओं को अल्लाह जन्नत में 72 पुरुष नहीं देता इसलिए उन्हें धरती पर ही 72 कुंवारे लड़कों से सेक्स करने का अधिकार है !

तस्लीमा नसरीन के ऐसे ही तीखे सवालों से कट्टरपंथी उनसे चिढ़ते भी है, और जान से मारने की भी धमकी, फतवे देते रहते है