सागरिका घोसे जो की एक वामपंथी पत्रकार है, और एक दूसरे हिन्दू विरोधी पत्रकार राजदीप सरदेसाई की बेगम है
ये ऐसी वामपंथी है, जो गौमांस खाने का समर्थन कर चुकी है
और हिन्दुओ के खिलाफ, हिन्दू देवी देवताओं के खिलाफ, हिन्दू त्यौहारों के खिलाफ कई बार जहर उगल चुकी है
सागरिका घोसे जैसे हिन्दू विरोधी हिन्दू नाम लेकर चलते है
और समय समय पर ये भी कहते रहते है की, हम भी हिन्दू है
हिन्दू त्योहारों, रीतियों का विरोध करने के लिए ये लोग कहते है की हम भी हिन्दू है, दीपावली के मौके पर सागरिका घोसे ने कहा की, मैं भी हिन्दू हूँ, तो हिन्दू त्यौहार के लिए बच्चों को मार डालूं
I'm a proud Hindu therefore I must destroy my lungs and my childrens lungs because asserting religious identity more imp than life itself!🤨 https://t.co/q6UYR96eDC— Sagarika Ghose (@sagarikaghose) October 10, 2017
पर लेखक तारिक फतह ने तुरंत ही इस फर्जी हिन्दू को इसकी औकात दिखा दी और इसकी असलियत भी सबको बता दी
No @SagarikaGhose, u r not a ‘proud Hindu’. Yr tweets indicate u r a guilt-ridden Hindu; embarrased Hinduism didnt originate in UK or Arabia pic.twitter.com/Sm4LwZ4flu— Tarek Fatah (@TarekFatah) October 11, 2017
तारिक फतह ने सागरिका घोसे का एक ट्वीट डाला जिसमे वो मस्जिदों के लाउड स्पीकर का समर्थन कर रही थी
और कह रही थी की, क्या कुछ सेकंड के अज़ान से हिन्दू धर्म खतरे में पड़ जाता है
तारिक फतह ने बताया की सागरिका घोसे हिन्दू नहीं है, वो हिन्दुओ से नफरत करने वाली शख्स है
जो खुद को हिन्दू बताकर हमेशा इस्लामिक चरमपंथ का समर्थन करती है