प्रदुषण तो सिर्फ बहाना है, हिन्दू निशाना है
क्यूंकि प्रदुषण निशाना होता तो साल भर के लिए पटाखों पर बैन लगता न की सिर्फ दीपावली के लिए
आपको इतना तो पता है की सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली में पटाखों पर बैन लगाया है पर हिन्दू त्यौहार दीपावली पर पटाखों को बैन करवाने के पीछे कांग्रेस लॉबी ? किन लोगों ने बैन लगवाया ?
ये जानकारी भी आपको होनी चाहिए
तो जी याचिका लगाने वालों के नाम जानिये
अर्जुन गोपाल, आरव भंडारी साथ ही ज़ोया राव
इसमें से 2 की उम्र 6 महीने थी, और 1 की उम्र 14 महीने थी, यानि ये तो दुधमुहे बच्चे थे, इनको क्या पता सुप्रीम कोर्ट क्या होता है, याचिका क्या होती है
नवजात दुधमुहे बच्चों के कंधे पर बन्दुक किसी और ने ही चलाया है
जिन लोगों ने इन बच्चों के नाम पर दीपावली पर पटाखों के खलाफ याचिका सुप्रीम कोर्ट में लगाई उनके नाम है
एडवोकेट गोपाल शंकरनारायण, सौरभ भसीन और एडवोकेट अमित भंडारी
इसने से अमित भंडारी कांग्रेस के नेता और सुप्रीम कोर्ट के वकील अभिषेक मनु सिंघवी के साथ काम करता है
ये वही अभिषेक मनु सिंघवी है जो लोगों को जज बनवाता था, और महिला के साथ भी अश्लील हरकत करता पकड़ा गया था, न जाने इसके कितने लोगों को जज बनवाया होगा
तो कुल मिलाकर बच्चों के कंधे पर बन्दुक रखकर जिन वकीलों ने सुप्रीम कोर्ट में दीपावली पर पटाखों के खिलाफ याचिका डाली, ले देकर ये कनेक्शन कांग्रेस पार्टी तक पहुँचता है
कांग्रेस पार्टी से जुड़े वकील ट्रिपल तलाक के समर्थन में केस लड़ते है, अयोध्या जी में श्री राम मंदिर के खिलाफ भी कांग्रेस का नेता और वकील कपिल सिब्बल ही लड़ रहा है
और दीपावली पर पटाखों पर बैन का कनेक्शन भी इसी पार्टी से जुड़ता है