कमलेश तिवारी की बात ज्यादा लोगों को पसंद नहीं आती चूँकि ज्यादातर लोग सेकुलरिज्म का चश्मा पहनकर बैठे हुए है, पर कमलेश तिवारी जो कहते है उनकी बात तीखी जरूर होती है पर सच होती है, और ये चीज हम भी महसूस करते है
आज हिन्दू समाज का एक प्रमुख त्यौहार होली है, है क्या अब था हो गया, ये त्यौहार दिन में मनाई जाती है और अब शाम के 7.30 हो गए है, कमलेश तिवारी ने आज कहा की, देश में बहुत से मुस्लिम नेता है जो आये दिन भाईचारे का राग अलापते रहते है, क्या किसी मुस्लिम नेता ने खुद भाईचारा दिखाते हुए हिन्दुओ को होली की बधाई दी, या कोई मुस्लिम नेता होली खेलने के लिए निकला ?
कमलेश तिवारी ने कहा की हिन्दू नाम वाले नेता जरूर इफ्तार, ईद, बकरीद, पैगम्बर दिवस मनाते रहते है, पर मुस्लिम नेता होली दीपावली नहीं मनाते, ये भाईचारा सिर्फ एक ही तरफ से चल रहा है !! असदुद्दीन ओवैसी जैसे कट्टरपंथी नेता कैमरे के सामने अच्छी अच्छी बातें करते है, भाईचारे का राग अलापते है, पर होली के दिन उन्होंने खुद भाईचारे का परिचय नहीं दिया
आपको बता दें की मुस्लिम नेताओं को तो छोड़िये, शाहरुख़ खान, सलमान खान, आमिर खान जैसे फिल्मबाज़, जिनके अधिकतर फैंस हिन्दू ही होते है उन्होंने भी अपने फैंस को होली की बधाई नहीं दी, जबकि उनके फैंस ईद तो छोड़िये बकरीद पर भी हैप्पी हैप्पी के मैसेज एक दूसरे को भेजते रहते है, कमलेश तिवारी की बात बिलकुल सही है की भाईचारा एक ही तरफ से चल रहा है